The power of thought

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Wednesday, June 29, 2011

सड़क पर बूढ़ा आदमी

सावधान !
ख़बरदार !!
होशियार !!!
ये है एक सरकारी फरमान 
कोई भी निकलेगा नहीं अपने घर से बाहर,
क्योंकि सड़क पर टहल रहा है एक बूढ़ा इंसान |

अख़बार!
रेडियो!!
टेलीविजन !!!
कर दो इन सबको बंद ,
सरकार कि नीतियों  कि कोई नहीं पड़ेगा आलोचना ,
क्योंकि अंधकार में दिया जलाने कि कोशिश कर रहा है एक बूढ़ा आदमी |

ट्विटर !
फेसबुक !!
इन्टरनेट !!!
इन सब पर लागु है अब सेंसर ,
कैबिनेट मीटिंग से बाहर नही आयेंगे अब कोई घोटाले ,
क्योंकि हर घोटाले कि सूची पढ़ रहा है एक बूढ़ा आदमी |

भ्रष्टाचार !
बलात्कार !!
अत्याचार !!!
हो रहे हैं,होते रहेंगे ,
पर उफ़ तक न करोगे तुम किसी के सामने 
क्योंकि तुम्हारी व्यथा से  व्यथित है एक बूढ़ा  आदमी |

लोकपाल !
जोकपाल !!
भोकपाल !!!
सब बातें है बेकार ,
P .M . के सर पर नहीं होगा कोई सवार,
क्योंकि नहीं देंगे  हम पकड़ने किसी को अपना गिरेबान |

पर ,आह ! जंतर-मंतर पर फिर से बैठने वाला है वो बूढ़ा इंसान |
आज फिर से सड़क पर निकला है एक बूढ़ा इंसान |

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