इतना तो तुम इतराती हो ,
यह जुल्म जाने क्यों करती हो ||
मैं तुझको सोचा करता हूँ ,
तू दिन भर सोया करती है ||
मैं रो रो आहें भरता हूँ ,
तू खुद मैं ऊँघा करती है ||
मैं कॉल तुझे ही करता हूँ ,
तू सबसे बातें करती है ||
मैं तुझको सोचा करता हूँ ,
तू मुझसे वादें करती है ||
मैं तेरे वादों में खो जाता हूँ,
तू उनको भुला करती है ||
मैं तेरे साथ को तड़पता हूँ ,
तू अपनी ड्यूटी करती है ||
मैं ठंडी आहें भरता हूँ ,
तू कुछ न कुछ हमेशा करती है ||
मैं तुझसे मोहब्बत करता हूँ ,
तू मुझसे मोहब्बत करती है ||
मैं शिद्धत से तड़पता हूँ ,
तू अपनी ड्यूटी करती है ||
मैं तुझसे मोहब्बत करता हूँ,
तू मुझसे मोहब्बत करती है ||
No comments:
Post a Comment